Breaking News

साक्षात्कार : मैथिली की सुप्रसिद्ध गायिका पूनम मिश्रा के साथ

साक्षात्कार :
सवाल : बिदेश्वर नाथ झा "बिकास" 
जवाब : मैथिली गायिका पूनम मिश्रा

◆ आज हमारे साथ हैं मैथिली गायन के क्षेत्र में विभिन्न प्रतिष्ठित सम्मानों से सम्मानित वह प्रसिद्ध गायिका जिनके स्वर में अभी तक 60 से अधिक एल्बम बाजार में आ चुके है। साथ ही मैथिली फ़िल्मों में सफल अभिनय कर चुकी मैथिली सिनेमा में उभरती कलाकार और मैथिली संगीत में स्थापित गायिका पूनम मिश्रा। 

सवाल : पूनम मिश्रा जी। न्यूज़ मिथिला के साक्षात्कार में आपका स्वागत है।
जवाब : धन्यवाद बिकास जी, हमें ख़ुशी हुई जो आपने हमें न्यूज़ मिथिला के साक्षात्कार में मौका दिया।

सवाल : पूनम जी, न्यूज़ मिथिला के दर्शकों के सामने अपना परिचय रखा जाय।
जवाब : मेरा नाम पूनम मिश्रा है। और में एक गायिका हूँ। पेशे से हरलाखी प्रखण्ड के जिरौल में शिक्षिका पद पर पदस्थापित हूँ। मेरा जन्म 1987 ईसवीं में बेनीपट्टी प्रखण्ड के मनपौर गावं में हुआ। मेरे पिताजी का नाम रोहित नारायण मिश्र है, जो की मेरे संगीत ज्ञान के प्रारंभिक गुरु है। मेरी शादी मधेपुर जिला के प्रसाद गावं में हुआ है, और मेरे पति का नाम शंकर कुमार झा है, जिनका योगदान मेरे संगीत के लिये बहुत बड़ा है। 

सवाल : आपकी प्रारंभिक शिक्षा कहाँ से और किस विषय में हुई ?
जवाब : मेरी प्रारंभिक शिक्षा गावं के ही स्कुल में हुई है। संगीत के प्रारंभिक ज्ञान हमें मेरे पिताजी रोहित नारायण मिश्र से मिली है। संगीत विषय से इंटर करने के बाद आगे की पढ़ाई भी संगीत से ही की हूँ। 

सवाल : गायन के क्षेत्र में आने की रूचि कैसे जगी ?
जवाब : मैं 4 साल की उम्र से ही गाना शुरू कर दी थी, 6 साल की उम्र से मंच साझा करने लगी थी। उस समय मेरे पिताजी हारमोनियम बजाकर गाया करते थे, उनको गाते देखते हुए गीत गाने की रूचि बढ़ती गई।  

सवाल : आपके संगीत शिक्षा के गुरू कौन है ?
जवाब : हमारे प्रारंभिक गुरु मेरे पिता जी रोहित नारायण मिश्र है और श्री हरिद्वार प्रसाद खंडेलवाल है।

सवाल : आपके स्वर मे पहला रिकाॅर्डेड कैसेट/एल्बम कौन था ? और अभी तक आपने कितनी भाषाओं और विद्या में गायन किया है ?
जवाब : सीता-स्वयंवर एल्बम हमारा पहला रिकार्डेड एल्बम था। अभी तक मैथिली, हिंदी, भोजपुरी भाषा में भजन, ग़ज़ल व लोकगीत गा चुकी हूँ। मैथिली फ़िल्म "हमर मिथिला" और "जेहने साउस तेहने पुतौह" जिसमें मै अभिनय भी की हूँ, इन दो फ़िल्मों में गीत गाने का मौक़ा मिला है। 

सवाल : अभी तक आपके आवाज में कितने एल्बम/कैसेट्स बाजार में आ चुके है ? और सबसे सफल कौन रहा है ? 
जवाब : हमारे स्वर में लगभग 60 से अधिक एल्बम बाजार में आ चुका है, जिसमें सबसे सुपरहिट एल्बम "मनमोहन दूल्हा" रहा। जहाँ तक हिट एल्बम की बात रही तो भगवती वंदना, दुलरुआ बौवा, सोहर-समदाउन, दुर्गा महिमा, दूल्हा-दुल्हिन इत्यादि है। 

सवाल : हर एक गायक-गायिका के प्रसिद्धि में एक गीतकार और एक व्यक्तित्व का अहम योगदान रहता है, आपके नज़र में वो कौन है ? 
जवाब : हमारे प्रसिद्धि और सफलता में सभी गीतकार का योगदान बराबर है जिन्होंने मेरे लिये लिखा है, उन सबों का में आभार प्रकट करती हूँ। खास आभार अपने पति शंकर जी का करती हूँ, साथ ही पुरे मिथिलावासी और अपने परिवार का भी आभार करती हूँ, जिन्होंने हमें इस मुकाम पर लाने में हमारी मदद की है।

सवाल : एक समय में आपके स्वर में "नवकी सजनियाँ" एल्बम आया हुआ था, जो की हिट रहा था। उसके बाद आप पर और आपके संगीत जीवन पर क्या प्रभाव पड़ा ? 
जवाब : नबकि सजनियाँ हमारा सुपर हिट एल्बम था, जो की वर्ष 2003 में आया था। इस एल्बम को लेकर लोगो का आशीर्वाद बहुत ही अप्रत्याशा मिला, प्रभाव यह हुआ की लोग हमें पूनम के जगह पूनम मिश्रा के नाम से जानने लगे, और बात रही विशेष प्रभाव की तो मिथिला से दूर स्टेज शो  पटना, दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, हैदराबाद, बिलासपुर, रांची, जमशेदपुर, अमृतसर, गुवाहाटी, काठमांडू, इंदौर इत्यादि में स्टेज परफॉर्म करने का सौभाग्य मिला है। 

सवाल : आपने पिछले साल अभिनय के क्षेत्र में कदम रखा, संगीत से फ़िल्म के सफर का अनुभव कैसा रहा ?
जवाब : अनुभव बहुत ही अच्छा रहा, गायन के क्षेत्र से अभिनय में जाना उतना आसान नहीं है, बहुत मुश्किल है। लेकिन हमें उतनी परेशानी नहीं हुई हमनें अपने फिल्म "जेहने साउस तेहने पुतौह" में अपने अभिनय का शत्-प्रतिशत दी हूँ। 

सवाल : कुछ समय पहले गायक सुरेश पंकज जी द्वारा आप पर गीत चोरी का आरोप लगाया गया था, यह बात कहाँ तक सत्य है ?
जवाब : सुरेश पंकज जी जानकारी के अभाव में गीत को विवादित बनाने के लिये कुछ भी बोल लिये, इस आरोप का में जोरदार तरीके से खंडन भी की थी। उस गीत के गीतकार सुधीर झा है और वो खुश है। सुरेश पकंज जी लोगो के बहकावे में मीडिया में आने के लिये कुछ भी बोल लिये।


सवाल : मैथिली सिनेमा संगीत में बढ़ते हुए फूहड़ता पर एक गायिका के नाते आपका क्या विचार है ?
जवाब : इतना ही कहना चाहूंगी की हमलोगो को फूहड़ संगीत से बचना होगा, पारंपरिक संगीत जो की मिथिला का धरोहर है उसको साथ लेकर चलने की जरुरत है। 

सवाल : आपके पसंदीदा गायक आ गायिका कौन है ?
जवाब : हमारे पसंदीदा गायक उदित नारायण झा और गायिका शारदा सिन्हा है।

सवाल : आपकी भविष्य की योजनाऐं क्या है ?
जवाब : योजना यही है की दर्शकों के आशीर्वाद से मैथिली संगीत को आगे बढ़ाते हुए पूनम नाम को विश्व भर में ख्याति मिलें, और लोग मिथिला और मैथिली को अच्छी तरह से जानें। 

सवाल : पूनम जी। न्यूज़ मिथिला से बात करने के लिये आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
जवाब : धन्यवाद। आपको और आपकी टीम "न्यूज़ मिथिला" को हमारी तरफ से बहुत सारी शुभकामनाएं।


●आज हमारे साथ थी मैथिली संगीत में स्थापित गायिका पूनम मिश्रा। उम्मीद करते है की इनका साक्षात्कार आपको अच्छा लगा होगा.. अभी के लिये बस इतना ही। अगले साक्षात्कार में फिर हाज़िर होंगे किसी नये चेहरे के साथ.. तब तक पढ़ते रहिये "न्यूज़ मिथिला"...