मांझी ने कहा कि ताड़ी व्यवसाय में एक खास सुमदाय के लोगों के साथ गरीब और एससी-एसटी समुदाय के लोग जुड़े हुए हैं। बिना वैकल्पिक व्यवस्था किये ताड़ी पर प्रतिबंध लगाना ठीक नहीं है. इस मांमले में सरकार को लालूजी से सबक लेनी चाहिए जिन्होंने ताड़ी पर टैक्स समाप्त कर दिया था।
मांझी ने कहा कि अगर सरकार ईमानदार है तो खैनी और गांजा पर भी रोक लगाए। ताड़ी पर प्रतिबंध लगाने से कितनी आमदनी होगी ? यह बेमतलब की बात है ताड़ी नशा की चीज नहीं है बल्कि इसके फायदा होता है, मेरा यह निजी अनुभव है।
उन्होंने कहा कि सरकार अप्रैल फूल बना रही है. अभी दावे कर रही है फिर बाद में कहेगी कि लोग विरोध कर रहे हैं लिहाजा इसे वापस ले रहे हैं।
पूर्व सीएम ने प्रमोशन में आरक्षण समाप्त करने के सरकार के फैसले को संविधान का उल्लंघन बताया है। मांझी ने कहा कि सरकार अपने ही बिहार एक्ट का उल्लंघन कर रही है, मांझी ने सरकार से प्रमोशन में आरक्षण पर पुन विचार करने का अनुरोध किया है. मांझी ने कहा कि जब तक विधानसभा से एक्ट में संसोधन न हो जाये इसे पहले की तरह लागू करना चाहिए। आरक्षण के विरोध में आगे नहीं आने पर मांझी ने बीजेपी पर भी निशाना साधा है।