पटना। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जब दिल्ली में नोटबंदी पर उनके विरोध-प्रदर्शन का हिस्सा बनने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को फोन किया तो उन्होंने बेहद सरल शब्दों में उनको जवाब दिया. नीतीश कुमार ने ममता से कहा कि जब राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी के इस कदम पर हस्ताक्षर कर दिए हैं तो यह विरोध बेमानी हो जाता है।
पटना में विधायकों के एक समूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह बात कही। हालांकि ये विधायक उनकी पार्टी के न होकर सहयोगी लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के थे। लालू प्रसाद ने निजी तौर पर मुख्यमंत्री को इस समूह को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया था।
नीतीश कुमार की उपस्थिति लालू खेमे को यह आश्वस्त करने के लिए थी कि पीएम मोदी के नोटबंदी के कदम का समर्थन करने के बावजूद वह बीजेपी के लिए मौजूदा सहयोगियों को छोड़ने वाले नहीं हैं. गौरतलब है कि लगभग दो दशकों तक बीजेपी के साथ गठजोड़ को 2013 में तोड़कर वह अलग हो गए थे।