दरभंगा। बिकास झा : मिथिला स्टूडेंट यूनियन के कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज, गिरफ्तारी और दंगा सम्बंधी धारा के तहत मुकदमा के खिलाफ अनशन पर बैठे सेनानियों का कल रविवार देर रात को तबियत अचानक बिगड़ने लगा। अनशनकारी सागर नवदिया की हालत बिगड़ते देख उन्हें रात में डीएमसीएच में भर्ती कराया गया, तबियत अत्यधिक ख़राब होने के कारण उन्हें आईसीयू में शिफ्ट करना पड़ा। वहीं विमल मैथिल और अमित सिंह ने अनशन स्थल छोड़ने से मना कर दिया, जिसके बाद डीएमसीएच के डॉक्टर अनशन स्थल पर पंहुच कर इलाज कर पानी चढ़ाया। तीनो अनशनकारीयों की हालत बिगड़ने के साथ प्रशासन पर दवाब बढ़ने लगा। आज सोमवार को जिला एसपी व उप-विकास आयुक्त ने अनशन स्थल पर पंहुच कर अनशनकारियों के साथ वार्ता करते हुए मांग पूरा करने का आश्वासन दिया। और एक सप्ताह का समय लिया। इस से पहले दरभंगा के विधायक संजय सरावगी कल अनशन स्थल पर अनशनकारियों से मिलने पंहुचे थे।
जानकारी हो की 4 मई बुधवार को मुख्यमंत्री नितीश कुमार के दरभंगा स्थित कार्यक्रम में चीनी मिल चालू करबाने के मांग सम्बन्धी ज्ञापन लेकर यूनियन के कुछ छात्र पंहुचे थे। लेकिन उन्हें कार्यक्रम स्थल के बाहर रोक दिया गया। जब नितीश कुमार का काफिला कारपेट से गुज़र रहा था उस समय यूनियन के कार्यकर्त्ता चीनी मिल चालू करो जैसे नारा जोर-जोर से लगाने लगे। जिसको लेकर मौके पर मौजूद वरीय पुलिस पदाधिकारीयों के साथ पुलिस महकमा द्वारा बर्बरता पूर्वक छात्रों को लात घूसों से पीटा गया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। वीडियो में दरभंगा के वरीय पदाधिकारी छात्रों को लात घूसों से पिटते नज़र आ रहे है। जिसमे एक छात्रा निकिता गुप्ता को भी बेरहमी से पिटता हुआ दिखाया गया। लाठीचार्ज के दौरान यूनियन के आनंद कुमार, नीरज शेखर, नितीश कश्यप, विद्याभूषण राय सहित कई लोग पुलिसिया बर्बरता के शिकार होते हुए बुरी तरह जख्मी हो गए थे। वहीं निकिता गुप्ता, सागर नवदिया, विमल मैथिल व अमित सिंह को गिरफ्तार कर विभिन्न दंगाई सम्बन्धी धाराओं के तहत मुकदमा कर दिया गया था। जिसको लेकर यूनियन के यूनिवर्सिटी प्रभारी सागर नवदिया, अमित सिंह और दरभंगा जिलाध्यक्ष विमल मैथिल आमरण अनशन पर शनिवार से बैठे हुए थे। उन लोगो का मांग था की उनपर दंगा सम्बंधी मुकदमा हटाया जाय और दोषी पुलिस वालो पर कारवाई की जाय। साथ ही चीनी मिल चालू करने को लेकर जल्द से जल्द पहल की जाय।